Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 07:13 PM
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह पिछले दरवाजें से दलितों, आदिवासियों एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों का आरक्षण को समाप्त करने पर तुली हुई है।
जयपुर/लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह पिछले दरवाजें से दलितों, आदिवासियों एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों का आरक्षण को समाप्त करने पर तुली हुई है। मायावती ने बसपा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इन वर्गों का रोजगार छीनने के लिए मंत्रालयों में निजी क्षेत्रों को काम सौंपे जा रहे हैं जहां इन वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान नहीं है। उन्होंने दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़ा वर्ग से आह्वान किया है कि वे एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर करें और केन्द्र व राज्यों में सत्ता की चाबी अपने हाथ में लें।
बसपा नेता ने कहा कि भाजपा ने मतदाताओं को बड़े-बड़े प्रलोभन देकर सत्ता हासिल कर ली लेकिन केन्द्र की सरकार तीन साल बाद भी आतंकवाद को खत्म करने, काला धन देश में लाने, बेरोजगारों को रोजगार देने के साथ किसानों की आय को दुगुना करने के वादे पूरे नहीं कर पाई। अब फिर चुनाव के समय भाजपा हवा हवाई योजनाओं की घोषणा कर आपको भ्रम में डाल रही है। इसलिए अभी से सावधान होने की जरूरत है।
मायावती ने कहा राजस्थान में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो सकते हैं, इसलिए समय कम है। सभी जातियों को एकजुट होकर सत्ता हासिल करनी है। यदि सत्ता हासिल नहीं हो तो भी इतने सदस्य तो जीत कर आएं कि सत्ता का संतुलन आपके हाथों में रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष मुक्त भारत के लिए सभी दलों के साथ दुर्भावनापूर्वक व्यवहार कर रही है तथा सीबीआई, आयकर और ईडी जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग करने पर तुली हुई है जबकि भाजपा अपने नेताओं की करतूतों पर पर्दा डाल रही है।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर तानाशाही और मनमानी का राज चलाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र को कमजोर कर दिया है। आज हालात आपातकाल से भी खराब हो गए हैं। राजस्थान के संदर्भ में मायावती ने कहा कि यहां दलितों आदिवासियों को न्याय की बात तो दूर उनकी थानों में रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की जाती है। उन पर अत्याचार दिनों दिन बढ़ रहे हैं।