Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Sep, 2017 02:52 PM
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर अब तक का सबसे गंभीर आरोप लगाया है।
मेरठ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर अब तक का सबसे गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा कराने का मकसद मेरी हत्या कराना था लेकिन बीएसपी के कार्यकर्ताओं ने इस प्लानिंग को फेल कर दिया।
राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पहली बार रैली को संबोंधित करते हुए मायावती ने कहा कि महाराणा प्रताप के नाम पर जानबुझ कर हिंसा फैलाई। बीजेपी इस बहाने मेरी हत्या कराना चाहती है। बीजेपी के लोगों को मालूम नहीं था कि बीएसपी के कार्यकर्ता मुझे कुछ नहीं होने देंगे। बीजेपी की प्लानिंग फेल हो गई।
मायावती ने कहा कि ईवीएम की गड़बडियों को उनकी पार्टी ने उजागर किया। ईवीएम की गड़बडिय़ों से ही बीएसपी को हराया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद दलितों पर उत्पीडऩ और अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है।
-जातीय संघर्ष को कराने के पीछे बीजेपी का एक ही राजनीतिक मकसद था। पूरे देश में दलित वोट हासिल करने की सोची समझी हिंसक वारदात कराई। दलित समाज को बांटने की कोशिश कर रही है बीजेपी। इससे सावधान रहने की जरूरत है।
-हमने सुप्रीम कोर्ट में भी दरख्वासत की। सोची समझी रणनीति के तहत सहारनपुर में जातीय हिंसा फैलाई। मैं शब्बीरपुर गांव पहुंची और वहां दलित समाज के लोगों से मिली। हवाई मार्ग से जाने की इजाजत नहीं दी तो सड़क मार्ग से गई। मेरे वहां जाने को बीजेपी के लोग नहीं रोक पाए। बीजेपी के लोग बीएसपी को लेकर चिंतित थे। यही कारण है कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए दलित को चुना।