Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 08:20 PM
बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नगर निकाय चुनाव में महापौर पद के लिये हुये चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से धांधली किये....
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नगर निकाय चुनाव में महापौर पद के लिये हुये चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से धांधली किये जाने का आरोप लगाते हुये कहा कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) बैलेट पेपर से दोबारा मतदान करा ले तो उसकी असलियत सामने आ जायेगी।
मायावती ने आज यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा की जीत में ईवीएम में की धांधली से नही हुई तो अलीगढ़ तथा मेरठ समेत सभी 16 महापौर की सीटों पर बैलेट पेपर से मतदान कराकर लें। इससे उन्हें अपनी पार्टी की असलियत के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कथित विजन का भी पता चल जायेगा। नगर पालिका तथा नगर पंचायत की तरह ही महापौर के पदों पर भी प्रदेश की जनता उन्हें बुरी तरह से हरायेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा था कि बसपा अध्यक्ष को ईवीएम से चुनाव में भरोसा नहीं है तो मेरठ और अलीगढ़ में विजयी महापौरों से इस्तीफा दिला दें। वहाँ पर बैलेट पेपर से दोबारा चुनाव कराया जायेगा। इस पर मायावती ने कहा कि यह चोरी और ऊपर से सीनाजोरी की बदतर मिसाल है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में वर्ष 2014 के लोकसभा तथा वर्ष 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में ईवीएम के माध्यम से जीत हासिल की थी। केन्द्र तथा उत्तर प्रदेश में बहुमत की सरकार बना ली। इन दोनों ही चुनाव में भाजपा को वैसा जनसमर्थन कतई नहीं था जैसा कि चुनाव परिणाम में दिख रहा था। प्रदेश में इस बार महापौर का चुनाव भी ईवीएम से कराया गया। धांधली करके 16 में से 14 सीट जीत ली गयी। अलीगढ़ तथा मेरठ में बसपा जीती। वहां ज्यादा गड़बड़ी करने पर चोरी साफ तौर पर पकड़े जाने की आशंका थी जिससे भाजपा की और भी ज्यादा फजीहत हो सकती थी।
मायावती ने कहा कि इतना ही नहीं सरकारी मशीनरी का जबर्दस्त दुरूपयोग करके बसपा के प्रत्याशी को खासकर सहारनपुर, आगरा तथा झांसी में हराया गया है। लखनऊ में भी चुनाव विभिन्न कारणों से स्वतंत्र तथा निष्पक्ष नहीं रहा है।