Edited By ,Updated: 01 Mar, 2017 05:01 PM
कहते हैं बच्चे भगवान का रूप होते हैं, इसलिए उनकी रक्षा भी वो ही करते हैं। हाल ही में ऐसा ही एक मामला कानपुर से सामने आया है। कानपुर में चलती ट्रेन से एक नवजात गिर गया.......
कानपुर: कहते हैं बच्चे भगवान का रूप होते हैं, इसलिए उनकी रक्षा भी वो ही करते हैं। हाल ही में ऐसा ही एक मामला कानपुर से सामने आया है। कानपुर में चलती ट्रेन से एक नवजात गिर गया लेकिन फिर भी उसे एक खरोंच तक नहीं आई। चलती ट्रेन के शौचालय में ही महिला का प्रसव हो गया और बच्चा शौचालय से नीचे पटरियों के बीच गिर गया। बच्चा ट्रैक पर ही रहा और ट्रेन निकल गई। नवजात की किस्मत अच्छी रही कि पास ही मौजूद एक दंपति ने उसे देख लिया और उठा लिया।चलती ट्रेन से गिरने के कारण बच्चे को मामूली चोटें आईं हैं।
ये घटना शुक्लागंज स्टेशन के पास की है जहां पटरियों के बीच गिरा एक बच्चे की रोने की आवाज सुन शुक्लागंज ही रहने वाली एक दंपति पटरियों के पास पहुंची। दंपति ने पाया कि वहां एक नवजात पड़ा है जिसकी नाल भी नहीं कटी थी।उसके शरीर पर गिरने की चोट के निशान थे। पति-पत्नी ने फौरन नवजात बच्चे को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया पहुंचे, बच्चा खतरे से बाहर बताया जा रहा है। दंपत्ति ने कहा कि अभी तो यह बच्चा मेरे ही पास है यदि इसकी मां तलाश करते हुए आ गई तो बच्चा उसे सौप देंगे और यदि कोई नहीं आया तो इस बच्चे की परवरिश वो ही करेंगे।