Edited By ,Updated: 04 May, 2017 08:14 PM
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज कहा कि बुलंदशहर की घटना को सांप्रदायिक रंग देना उचित नहीं है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज कहा कि बुलंदशहर की घटना को सांप्रदायिक रंग देना उचित नहीं है। बुलंदशहर जिले में पहासू थानाक्षेत्र के सोही गांव से पिछले महीने कथित तौर पर एक प्रेमी युगल के गायब होने के बाद दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताआें द्वारा एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने प्रेमी यूसुफ और 19 वर्षीय युवती को कल रात हिरासत में लिया। युवती के पिता ने शिकायत में यूसुफ पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्र ने यहां संवाददाताआें के सवालों के जवाब में कहा कि ये एक अलग तरह की घटना है और इसे सांप्रदायिक नजरिये से देखना उचित नहीं है। आठ आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि बाकी की तलाश की जा रही है। उनसे सवाल किया गया कि क्या इस घटना में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता शामिल थे, तो मिश्र ने कहा कि घटना को इस तरह किसी संगठन से संबद्ध करना सही नहीं है। एेसा कोई तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है, जिसके आधार पर इस दावे की पुष्टि हो सके। इसे सांप्रदायिक रंग देना उचित नहीं है।
उधर, राज्य पुलिस मुख्यालय की आेर से जारी विज्ञप्ति में घटना का ब्यौरा देते हुए कहा गया कि 27 अप्रैल को हरीपाल सिंह की तहरीर पर यूसुफ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सिंह का आरोप था कि उनकी पुत्री यूसुफ बहला-फुसला कर भगा ले गया है। विज्ञप्ति में हालांकि कहा गया कि दो मई को यूसुफ के गांव का गबेन्द्र अपने साथ हिन्दू युवा वाहिनी के पांच-छह कार्यकर्ताआें को लेकर अभियुक्त युसूफ के गांव सोही पहुॅचा और यूसूफ के परिजनों की तलाश करते हुए आम के बाग में पहुॅचकर युसूफ के परिवार के गुलाम अहमद (60) की लाठी-डण्डों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।