Edited By ,Updated: 02 Feb, 2017 05:56 PM
कानपुर में सपा नेता की पांच मंजिला बिल्डिंग ढ़हने से हुई मौतों को गंभीरता से लेते हुए कानपुर विकास प्राधिकरण ने पांच लोगों को निलंबित कर दिया है। साथ ही तीन लोगों के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेजी है।
कानपुर(अंबरीश त्रिपाठी): चकेरी के जाजमउ इलाके में सात मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने के मामले में केडीए :कानपुर विकास प्राधिकरण: की उपाध्यक्ष ने आज पांच सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है, जबकि तीन इंजीनियरों को निलंबन की सिफारिश उत्तर प्रदेश शासन से की है। केडीए की उपाध्यक्ष जयश्री भोज ने बताया कि महताब आलम के इस अवैध निर्माण कार्य के बारे में केडीए के अवर अभियंता ने 23 नवंबर को नोटिस दिया थी और जवाब न आने पर 26 दिसंबर को इमारत सील कर दी गयी थी। इसके बावजूद सील हटाकर अवैध रूप से निर्माण कराया जा रहा था।
इस मामले में लापरवाही बरतने के मामले में सहायक अभियंता योगेश कुमार, अवर अभियंता एन के भाटिया तथा उप अभियंता संजय गुप्ता को निलंबित करने के लिये उत्तर प्रदेश शासन को आज पत्र भेज दिया गया है जिसमें सिफारिश की गयी है कि इन तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाये। उन्होंने बताया कि इसके अलावा इलाके में तैनात पांच सुपरवाइजर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा एक दो सदस्यीय उच्च अधिकारियों की टीम गठित की है तथा एक सप्ताह के अंदर जांच करने के आदेश दिये गये है। इस जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्क कार्रवाई की जायेगी।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व शहर अध्यक्ष महताब आलम द्वारा केडीए कालोनी में अवैध रूप से सात मंजिला इमारत बनाई जा रही थी, जो कल दोपहर बाद अचानक ढह गयी। इसमें सात मजदूरों की मौत हो गयी तथा करीब 18 मजदूर घायल हो गये। अभी भी मलबे में कई मजदूर फंसे है तथा सेना और एनडीएफ की टीमें राहत और बचाव का काम कर रही है।
UP Latest News की अन्य खबरें पढ़ने के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें