Edited By ,Updated: 16 Apr, 2017 06:46 PM
जहां एक तरफ महिलाओं से छेड़छाड़ रोकने के लिए ‘एंटी स्क्वायड दल’ गठित कर योगी सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है वहीं दूसरी तरफ बांदा में पिछले पांच दिन से एक नाबालिग गैंगरेप पीड़िता इंसाफ के लिए अधिकारियों की चौखट पर भटक रही है।
बांदा(जफर अहमद): जहां एक तरफ महिलाओं से छेड़छाड़ रोकने के लिए ‘एंटी स्क्वायड दल’ गठित कर योगी सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है वहीं दूसरी तरफ बांदा में पिछले पांच दिन से एक नाबालिग गैंगरेप पीड़िता इंसाफ के लिए अधिकारियों की चौखट पर भटक रही है। एसपी के निर्देश के बाद भी आज तक आरोपी दबंगों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर एफआईआर भी लिखने की पुलिस ने जहमत नहीं उठाई है और न ही पीड़िता का मेडिकल ही कराया गया है।
जी हैं, दबंग दुराचारियों और पुलिस की जुगलबंदी की ऐसी मिसाल योगीराज में मिलना खुद मुख्यमंत्री की कथनी और करनी पर सवालिया निशान लगा रहा है। आपको बता दें कि पांच दिन पहले बांदा के नरैनी थाना क्षेत्र में एक किसान की नाबालिग बेटी को गांव के ही दबंग रामपाल के दबंग बेटों लवकुश और ओमप्रकाश ने तमंचे की नोक पर अगवा कर अतर्रा ले जाकर गैंगरेप किया था। इसके दो दिन बाद पीड़िता को नरैनी कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया था। नरैनी पुलिस पर पीड़िता और उसके पिता का आरोप था कि पुलिस ने न तो उनकी शिकायत पर लड़की के अपहरण की एफआईआर लिखी और न ही पीड़िता के बयान पर दुराचार का मामला दर्ज किया।
पुलिस ने आरोपियों को बचाने के लिए खुद पीड़िता को धमकाया और परिवार के हवाले कर मामले को ठंडा रखने की हिदायत दी। पीड़िता के पिता का आरोप है कि आरोपियों के संबंध रिटायर्ड डीआईजी से हैं और इसी वजह से पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
पिछले तीन दिन से पीड़िता पुलिस अधिकारियों की चौखट पर इन्साफ की गुहार लगा रही है लेकिन आजतक दुराचारियों के खिलाफ कार्रवाई तो दूर मुकद्दमा भी दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि इस संबंध में एसपी बांदा का कहना है कि मामला संज्ञान में आने के बाद नरैनी एसओ को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं।