Edited By ,Updated: 22 May, 2017 05:23 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुयी मृत्यु के सिलसिले में आज हजरतगंज कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज किया गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुयी मृत्यु के सिलसिले में आज हजरतगंज कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि दिवंगत आईएएस के भाई मयंक की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। इससे पहले कर्नाटक काडर के आईएएस अधिकारी के परिजनों ने आज सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय में मुलाकात की और घटना की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की। दिवगंत अधिकारी उत्तर प्रदेश के बहराइच के मूल निवासी थे।
योगी ने परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। बाद में परिजन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार से मिलने गये। गौरतलब है कि 17 मई को सुबह करीब साढे छह बजे आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव राजधानी के पांच मीराबाई मार्ग पर मिला था। तिवारी मीराबाई अतिथि गृह में लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पी एस सिंह के साथ 19 नंबर कमरे में ठहरे थे। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने जेब से मिले परिचय पत्र के आधार पर उनकी शिनाख्त की थी। प्रथम ²ष्टया पुलिस ने आशंका जाहिर की थी कि श्री तिवारी सुबह की सैर करने निकले होंगे और सडक पर गिरने से उनकी मृत्यु हुई होगी। पोस्टमार्टम के बाद अधिकारी का बिसरा सुरक्षित कर लिया गया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गयी थी मगर तीन दिन बीतने पर भी मामला जस का तस है।