Edited By ,Updated: 21 Nov, 2016 06:56 PM
यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू और रालोद ने मिलकर चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश मुख्यालय पर सोमवार को रालोद अध्यक्ष चौ.अजित सिंह, जदयू सांसद शरद यादव, जदयू महासचिव के0 सी0 त्यागी, तथा रालोद महासचिव जयंत चौधरी की संयुक्त...
लखनऊ(अनिल सैनी): समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के इनकार के बाद बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू), पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव रखने वाले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और दलित जनाधार वाले बीएस-फोर ने आज गठबंधन करते हुए राज्य विधानसभा के आगामी चुनाव साथ लडऩे का ऐलान किया। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित सिंह ने जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव, महासचिव के. सी. त्यागी तथा बीएस-4 के नेता बचान सिंह यादव के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता में इसका एलान करते हुए कहा कि यह गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा।
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस गठबंधन का कोई नाम नहीं है लेकिन यह ईमानदार गठबंधन होगा। फिलहाल यह तीन पार्टियों का गठजोड़ है, मगर कई अन्य छोटे दलों से बातचीत की जा रही है। सभी घटक दलों के अगुवा इस गठबंधन के नेता होंगे। सिंह ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ सभी लोहियावादियों और चरणसिंहवादियों को एकजुट करने की कोशिश के तहत बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के बाकी सभी दल खुद को सपा में विलीन करने को तैयार हो गये थे, लेकिन तब सपा ने ही इनकार कर दिया था। अब सपा के साथ गठबंधन की बात हो रही थी, तब मुलायम विलय की बात कर रहे हैं।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्या कारण है कि मुलायम साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ कोई गठबंधन नहीं बनने देना चाहते। जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने इस मौके पर कहा कि हम लोग लंबे समय से व्यापक एकता को लेकर कोशिश कर रहे थे। इसके लिये मुलायम को नेता के रूप में खड़ा किया गया था लेकिन बात नहीं बनी। मुलायम के कहने पर वह अपनी पार्टी का सपा में विलय जरूर करते, मगर अब इसके लिये वक्त नहीं है।
नोटबंदी पर केंद्र सरकार पर साधा निशाना
नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शरद यादव ने कहा कि आज पूरा देश लाइन में खड़ा है ऐसी तबाही मचाई है। नोटबंदी के खिलाफ हम नहीं हैं लेकिन सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए थी कि जनता को परेशानी का सामना न करना पड़े। ये व्यावस्था करना भी केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। इस अव्यस्थित फैसले की वजह से जनता परेशान है इसलिए आज सदन भी बंद है। इस दौरान शरद यादव ने कानपुर हादसे में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की। साथ ही केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार देश में बुलेट ट्रेन लाने की बात कर रही है जबकि सबसे पहले देश में बने रेलवे ट्रेकों, लोगों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हादसे में घायल लोगों के हाथ में बंद हुए 1000-500 के नोट पकड़ाये जा रहे हैं, ये कैसा इंतजाम है। वहीं जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि यह गठबंधन भाजपा को यूपी विधानसभा में पराजित करने के लिए किया गया है।
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