Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 04:54 PM
जम्मू-कश्मीर के अरनिया में पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में....
बलिया(मुकेश मिश्रा): जम्मू-कश्मीर के अरनिया में पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में बीएसएफ के कांस्टेबल ब्रिजेंद्र बहादुर सिंह शहीद हो गए। शहीद ब्रिजेंद्र बलिया जनपद के नारायन पुर गांव के रहने वाले थे। ब्रिजेंद्र के पिता का कहना है कि बेटा तो शहीद हो गया अब वे अपने पौत्रों को देश की सेवा के लिए तैयार करेंगे
जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर के अरनिया में भारत पाकिस्तान बार्डर पर तैनात बीएसएफ कांस्टेबल ब्रिजेंद्र बहादुर सिंह की शहादत से पूरा बलिया जनपद शोक में डूब गया है। दरअसल बीती रात पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में ब्रिजेंद्र को गोली लग गई और वो शहीद हो गए। शहीद ब्रिजेंद्र का पैतृक गावं बलिया के बासडीह कोतवाली थाना अंतर्गत नारायण पुर गांव हैं। परिजनों को जैसे ही ब्रिजेंद्र की शहादत की खबर आई पूरे परिवार में मातम फैल गया।
क्या कहना है शहीद ब्रिजेंद्र बहादुर के पिता का?
शहीद ब्रिजेंद्र के पिता का कहना है कि उन्होंने देश के लिए अपना इकलौता बेटा खो दिया पर वो अपने दोनों मासूम नातियों को भारत माता की सुरक्षा के लिए तैयार करेंगे। शहीद ब्रिजेंद्र बहादुर सिंह ने व्हाट्सअप के जरिए बीती रात अपने परिवार वालों से फोन पर बात की थी। अपने पति की शहादत की खबर सुनकर पत्नी सुष्मिता रोते हुए बार- बार यही कहती है कि वो आएंगे। सुष्मिता का कहना है कि आखिरकार कब तक हमारे देश के जवान मरते रहेंगे। सरकार बार-बार कहती है कि जबाब देंगे पर कब जबाब देंगे ये नहीं बताती।
क्या कहना है शहीद ब्रिजेंद्र बहादुर की मां का?
अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद शहीद ब्रिजेंद्र की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद ब्रिजेंद्र के 2 मासूम बच्चों को पकड़कर सबसे पूछ रही है कि मेरा बेटा कहां गया। शहीद ब्रिजेंद्र की मां बताती है कि कुछ दिन पहले ही उनकी बेटे से उनकी बात हुई थी और शहीद ब्रिजेंद्र ने कहा था कि मां यहां मौत हर कदम पर है पूरी रात हमें आखें फाड़-फाड़ कर डयूटी करनी पड़ रही है।