Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 03:47 PM
हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव में जिस तरह कांग्रेस की हार हुई है। जिसने कांग्रेस के सहयोगी दलों को चिंता में डाल दिया है। यह चर्चा तब शुरू हुई जब समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बयान दिया कि सपा पहले अपने संगठन को मजबूत करेगी उसके...
लखनऊ, आशीष पाण्डेय: हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव में जिस तरह कांग्रेस की हार हुई है। जिसने कांग्रेस के सहयोगी दलों को चिंता में डाल दिया है। यह चर्चा तब शुरू हुई जब समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बयान दिया कि सपा पहले अपने संगठन को मजबूत करेगी उसके बाद ही गठबंधन पर विचार करेगी। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन की खबरें आ रही थीं मगर अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दोनों राज्यों में पार्टी की हार के बाद अपना रुख साफ़ करते हुए स्पष्ट बयान जारी कर दिया है।
पहले संगठन फिर गठबंधन
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस के गुजरात में किये प्रदर्शन की तारीफ की। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस ने जिन बातों को जनता के बीच रखा, उसका फायदा मिला और कांग्रेस की सीटें पिछली बार से ज्यादा हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के चुनाव के आख़िरी वक्त में किये गये प्रचार ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को नुकसान पहुँचाया है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी की गुजरात में कम सीटें आना बताता है कि उसके पतन की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2019 में कांग्रेस से महागठबंधन पर भी अपना बयान दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि किसी भी चुनाव में गठबंधन से पहले जनता के मुद्दों को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने संगठन को मजबूत कर लेने के बाद ही इस पर कोई फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है मगर 2019 में बीजेपी को हम चुनौती देंगे।
जीत के बाद भी बीजेपी को नुकसान
गुजरात में भारतीय जनता पार्टी लगातर छठी बार सरकार बनाने जा रही है। चुनावों के पहले कहा जा रहा था कि बीजेपी ये राज्य हार जायेगी क्योंकि मोदी अब वहां के सीएम नहीं बल्कि देश के पीएम बन चुके हैं। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ और बीजेपी को फिर से लगातार जीत मिली है। हालांकि 2012 की तुलना में इस बार के चुनाव में बीजेपी को सीटें कम मिलने से उसे झटका लगा है। वहीँ कांग्रेस ने गुजरात अपने प्रदर्शन पर सकारात्मक टिप्पणी की है। ऐसा इसीलिए है क्योंकि मोदी लहर के बावजूद बीजेपी को 16 सीटों को नुकसान हुआ तो कांग्रेस को 19 सीट का फायदा हुआ है।