Edited By ,Updated: 27 Mar, 2017 07:57 AM
विधानसभा चुनाव में हार के कारण तलाश रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का दर्द अब जुबां तक आ गया है।
लखनऊ:विधानसभा चुनाव में हार के कारण तलाश रहे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का दर्द अब जुबां तक आ गया है। पार्टी के रणनीतिकारों के बीच उन्होंने कहा कि मेरे बेहद करीबियों ने धोखा दिया, वे बताते कुछ रहे और जमीन पर हकीकत कुछ और थी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी रहे अति पिछड़ों को साथ जोड़ने में कमी रह गई। 1 जनवरी 2017 को सपा अध्यक्ष बनने के बाद वह पहली बार पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा कि हार के कारणों की गहराई से समीक्षा हो रही है। भितरघाती के रूप में चिन्हित लोगों पर कार्रवाई होगी।
यादव ने सदस्यता अभियान पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी संघर्ष के बल पर सत्ता में लौटती रही है और फिर से लौटेंगे। जनता के बीच संघर्ष का संदेश भी दिया। इससे पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हिस्सा ले रहे 31 में से 30 सदस्यों ने पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।