Edited By ,Updated: 01 Nov, 2016 05:58 PM
दीवाली की रात से लेकर अब तक प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ, कानपुर व आगरा में काफी प्रदूषण बढ़ा है।
आगरा: दीवाली की रात से लेकर अब तक प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। सैंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ, कानपुर व आगरा में काफी प्रदूषण बढ़ा है। टॉप 5 प्रदूषित शहरों में ये शहर शामिल हैं। सी.पी.सी.बी. की रिपोर्ट से आगरा के प्रदूषण की खतरनाक हकीकत सामने आई है। यह रिपोर्ट आम लोगों के साथ-साथ ताजमहल के लिए भी बेहद चिंताजनक है।
बता दें कि सी.पी.सी.बी. पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को तकनीकी सेवाएं प्रदान करता है। यह जल प्रदूषण में कमी, इसकी रोकथाम और नियंत्रण के माध्यम से राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में नदियों और कुओं की सफाई को बढ़ावा देता है।
सी.पी.सी.बी. के एयर क्वालिटी इंडैक्स के अनुसार आगरा में हानिकारक रसायनों और धूल कणों (पी.एम. 10 व 2.5) का स्तर मानक से काफी ऊंचा रहा। दिल्ली में यह सूचकांक 544, फरीदाबाद में 428, लखनऊ में 422, कानपुर में 401 और आगरा में 384 रहा। दीवाली के एक दिन पहले आगरा का प्रदूषण इससे भी ज्यादा था। तब एयर क्वालिटी इंडैक्स के अनुसार सूक्ष्म कणों की मौजूदगी हवा में 401 सूचकांक थी। ताजमहल की खूबसूरती बरकरार रखने में सबसे बड़ी चुनौती इसके पीलेपन को लेकर है। हवा में फैले 2.5 माइक्रॉन से छोटे और मनुष्यों के लिए खतरनाक कण हैं।
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