Edited By ,Updated: 30 May, 2016 09:41 AM
उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने किसी न किसी कारनामे की वजह से हमेशा चर्चा में रहती है। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरनगर के चरथावल थानाक्षेत्र में सामने आया है...
मेरठ/मुज़फ्फरनगर: उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने किसी न किसी कारनामे की वजह से हमेशा चर्चा में रहती है। ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरनगर के चरथावल थानाक्षेत्र में सामने आया है। जहां पर एक 50 वर्षीय व्यक्ति अपने मोबाइल के गुम होने की शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा। थाने में पुलिस ने उससे अपने जूते पॉलिश करवाए और शिकायत भी दर्ज नहीं की।
जानकारी के अनुसार चरथावल थानाक्षेत्र के गांव कुटेसरा निवासी एक बुजुर्ग विधवा महिला शरीफन (75) अपने बेटे-बहू की शिकायत करने थाने पहुंची। थाने पहुंचने पर मुंशी रोहताश ने पीड़ित महिला से कहा कि थाने में आने से अच्छा है कि तुम दूसरी शादी कर लो। मुंशी के ऐसा कहने महिला भड़क उठी। उसने कहा कि तुझे ऐसी बात करते हुए शर्म नहीं आती। अगर इस समय मेरे पास चाकू होता तो मैं उसे तरे पेट में घुसेड़ देती।
पीड़िता का कहना है कि कुछ समय पहले उसके पति की मौत हो गई थी। पति की मौत के बादउसके बेटे और बहू ने उसे बोझ समझना शुरू कर दिया। वह गांव में भीख मांग-मांग कर पेट भरती है। इस वजह से न्याय के लिए वह थाने पहुंची थी, लेकिन पुलिस ने उसके साथ बदतमीजी शुरू कर दी।
वहीं दूसरी तरफ गांव हैबतपुर निवासी दलित सिट्टू (50) का कहना है कि वह जूते-चप्पल ठीक कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है। शुक्रवार को मोबाइल फोन गुम हो जाने पर जब वह शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसकी शिकायत लिखने की बजाए बूट पॉलिश करने की सजा दे डाली। इसी दौरान थाने में मौजूद एक शख्स ने इस वारदात को कैमरे में कैद कर लिया। जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
वहीं इन दोनों घटनाओं के बाद मुजफ्फरनगर के थाना चरथावल चर्चा में है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने मामला संज्ञान में लेते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है। मामले की जांच की जा रही है।