Edited By ,Updated: 28 Jun, 2016 03:13 PM
जनपद मुजफ्फरनगर का गांव भूप खेड़ी आज भी सदियों पुरानी परम्पराओं से जकड़ा हुआ है। इस गांव में आज भी दलितों को समान अधिकार नहीं हैं...
मेरठ: जनपद मुजफ्फरनगर का गांव भूप खेड़ी आज भी सदियों पुरानी परम्पराओं से जकड़ा हुआ है। इस गांव में आज भी दलितों को समान अधिकार नहीं हैं। आज भी इस गांव में दलितों को सार्वजनिक सैलून पर न तो बाल कटवाने और न ही शेव बनवाने की आजादी है बल्कि अगर कोई हजाम इस रिवाज को तोडऩे का प्रयास करता है तो उसे या तो दबंगों का कहर झेलना पड़ता है या फिर अपनी दुकान पर ताला लगाना पड़ता है। ऐसे में दलित समाज के लोगों को आस-पड़ोस के गांव में जाकर अपने बाल कटवाने पड़ते हैं।
हैरत की बात यह है कि सदियों से चली आ रही यह परम्परा गांव में मौजूद दलित समाज के पूर्वज ही नहीं बल्कि वर्तमान पीढ़ी भी इस अत्याचार को बदस्तूर झेल रही है लेकिन अब कुछ युवाओं ने इस परम्परा को तोडऩे का बीड़ा उठा लिया है और ये नौजवान अपने समाज को सभाएं कर जागरूक कर रहे हैं। कुल मिलाकर दलित समाज इस सामाजिक अपराध के खिलाफ बगावत पर उतर आया है और गांव के दबंगों का विरोध कर प्रशासन से संविधान के अनुसार जीने का हक मांग रहे हैं। वहीं इस मामले की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं।