Edited By ,Updated: 27 Sep, 2016 08:47 AM
देवरिया से दिल्ली तक की किसान यात्रा के दूसरे चरण में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोगों की बात सुननी चाहिए...
लखनऊ: देवरिया से दिल्ली तक की किसान यात्रा के दूसरे चरण में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोगों की बात सुननी चाहिए, क्योंकि लोग अब उनके ‘मन की बात’ नहीं सुनना चाहते। राहुल गांधी ने देवरिया से दिल्ली तक की अपनी दूसरे चरण की किसान यात्रा लखनऊ-सीतापुर सीमा से शुरू की। उन्होंने कहा कि मोदी किसानों और गरीबों से रू-ब-रू न होकर केवल ‘मन की बात’ करते हैं जिसे किसान और गरीब अब कतई पसन्द नहीं करते।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों और गरीबों से रू-ब-रू होने से डरते हैं, इसीलिए वह 2000 किलोमीटर दूर से इंटरनैट से उनसे बात करना चाहते हैं। गांधी ने सीतापुर जाते हुए रास्ते में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसानों के घर जाने से डरते हैं। उन्हें गरीबों के घर जाकर उनकी समस्याओं के बारे में जानना चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह किसानों, गरीबों और युवकों के बीच जाएं और उनकी समस्याओं को सुनें लेकिन वह ऐसा करने से डरते हैं। उन्होंने एक उदाहरण दिया कि ‘मैने अपनी यात्रा के दौरान आंगनबाडी कार्यकत्रियों से मुलाकात की लेकिन प्रधानमंत्री जी ने इंटरनेट के जरिए 10 से 12 आंगनबाडी कार्यकत्रियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि रू-ब-रू होने और इंटरनेट से बात करने में बहुत अंतर होता है।
हालांकि, बैठक के दौरान कांग्रेस नेताओं ने बिहार विधानसभा चुनाव में नीतिश-लालू और कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष मोर्चे का समर्थन नहीं करने के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला। जब कांग्रेस पार्टी ने बिहार में नीतीश और लालू के साथ गठबंधन किया तो मुलायम सिंह यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हमारी लड़ाई में हमारा साथ नहीं दिया। गांधी ने कहा कि कांग्रेस भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
हम गरीबों, किसानों और मजदूरों की प्रदेश में और देश में सरकार बनाएंगे। गांधी दो दिन विश्राम करने के बाद अपनी दूसरे चरण की यात्रा शुरू करने के लिए नई दिल्ली से सुबह यहां पहुंचे। अपने 17 दिन की यात्रा में गांधी सीतापुर में 'रोड शो और खाट सभा' करने के बाद लखीमपुर खीरी में रात विश्राम करेंगे। यात्रा का समापन दशहरा से पहले दिल्ली में होगा।