Edited By ,Updated: 27 Jun, 2016 08:42 AM
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने मध्य प्रदेश के वांछित अपहरणकर्त्ता को वाराणसी के कैण्ट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने मध्य प्रदेश के वांछित अपहरणकर्त्ता को वाराणसी के कैण्ट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि मध्य प्रदेश के खण्डवा से व्यवसायी राजेश जैन के सनसनीखेज अपहरण की घटना में वांछित 25 हजार के इनामी तथा छोटा राजन और गुरू साटम गिरोह के अन्तर्राज्यीय कुख्यात अपराधी अरूण कुमार तिवारी उर्फ डब्बू तिवारी उर्फ धनन्जय उर्फ आदित्य तिवारी उर्फ दिनेश सिंह उर्फ नरेन्द्र माहेश्वरी को वाराणसी के कैण्ट इलाके से गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि वाराणसी निवासी इस अपराधी के पास से चोरी की कार बरामद की गई । मध्य प्रदेश पुलिस ने एसटीएफ से इस अपराधी को पकडने का अनुरोध किया था। इसी क्रम में सूचना मिली कि खण्डवा, मध्यप्रदेश के व्यवसायी राजेश जैन अपहरण कांड का मुख्य आरोपी 25 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी अरूण कुमार तिवारी वाराणसी के आसपास के क्षेत्र में नाम बदल कर छिपकर रह रहा है।
मुखबिर के माध्यम सूचना प्राप्त हुई कि यह अपराधी वाराणसी के कचहरी क्षेत्र में मौजूद है। इस सूचना पर एसटीएफ ने मौके पर पहुंचकर घेराबन्दी कर कार सवार अपराधी अरूण कुमार तिवारी को बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर गिरफ्तार अरूण कुमार तिवारी ने बताया कि वर्ष 2013 में उसने सुधीर भदौरिया गिरोह से मिलकर राजेश जैन का फिरौती के लिए अपहरण किया था । इस अपराध में उसके अन्य साथी गिरफ्तार हो चुके हैं। वह छिपकर और नाम बदल कर यहां रह रहा था। इसकी गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
इसी क्रम में अरूण ने बताया गया कि उसके द्वारा प्रापर्टी डीलर बनकर एक जमीन के सौदेे के लिए राजेश जैन को विश्वास में लेकर बुलाया गया था और उसका अपहरण करके वह तथा उसके गिरोह के साथी इंदौर ले गए थे। इंदौर में उसे सुधीर भदौरिया के सुपुर्द कर दिया था। इस पूरे घटनाक्रम की योजना अरूण कुमार तिवारी द्वारा ही बनाई गई थी।