Edited By ,Updated: 19 Aug, 2016 11:47 AM
उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित नगला फतेला गांव में बिजली पहुंचने के मामले की असलियत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के विपरीत पाए जाने के बाद...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस स्थित नगला फतेला गांव में बिजली पहुंचने के मामले की असलियत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के विपरीत पाए जाने के बाद केन्द्र सरकार के ग्रामीण विद्युतीकरण निगम ने सूबे के दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को नोटिस जारी किया है। निगम इसका जवाब देने की तैयारी कर रहा है।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यहां बताया कि उन्हें ग्रामीण विद्युतीकरण निगम का नोटिस मिला है। इस नोटिस का जवाब तैयार किया जा रहा है। जल्द ही उत्तर दिया जाएगा।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने स्वाधीनता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण में अपनी सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा था कि दिल्ली से हाथरस जाने में 3 घंटे लगते हैं, जबकि वहां के नगला फतेला गांव में आजादी के बाद से बिजली ही नहीं पहुंची थी लेकिन उनकी सरकार ने वहां बिजली पहुंचा दी है।
हालांकि गांव के हालात ये हैं कि वहां बिजली के खम्बे, तार और ट्रांसफार्मर तो लगे हैं लेकिन उनमें बिजली नहीं आई है। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने इस मामले में ‘ट्वीट’ करके नगला फतेला में विद्युतीकरण की स्थिति के लिए उत्तर प्रदेश की सपा सरकार के सिर ठीकरा फोड़ते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने इस मामले में केन्द्र को अंधेरे में रखा।