यादव परिवार का संकट गहराया...शिवपाल ने बंगला छोड़ा, राज्यपाल से मिले CM

Edited By ,Updated: 27 Oct, 2016 07:33 AM

akhilesh yadav mulayam singh shivpal yadav

उप्र में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे घमासान के बीच शिवपाल यादव ने अपना सरकारी बंगला छोड़ दिया।

लखनऊ: उप्र में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे घमासान के बीच शिवपाल यादव ने अपना सरकारी बंगला छोड़ दिया। उनके बंगले के बाहर लगी नेम प्लेट को भी हटा दिया गया। उधर मुख्यमंत्री (सी.एम.) अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। उधर मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और कांग्रेस से हाथ मिलाने के संकेत दिए। 

राम नाइक से मिले अखिलेश
सपा में चल रही उथल-पुथल के बीच अचानक मुख्यमंत्री दोपहर बाद राजभवन पहुंच गए, वहां उन्होंने नाईक से करीब 40 मिनट बात की। राजभवन सूत्रों ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया और कहा कि राज्यपाल दीपावली मनाने मुम्बई जाने वाले हैं, इसलिए यादव उन्हें दीपावली की अग्रिम बधाई देने आए थे। अटकलें हैं कि राज्यपाल ने विधायकों की सूची मांगी, ताकि सुनिश्चित हो सके कि विधानसभा में अखिलेश के पास अभी भी बहुमत है या नहीं।

मुलायम ने बर्खास्त मंत्रियों के साथ की बैठक
हालांकि सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल ने न तो कोई सूची और न ही कोई दस्तावेज मुख्यमंत्री से मांगा है। उन्होंने कहा कि यदि बहुमत पर कोई सवाल उठाता है तो उसी स्थिति में सूची की आवश्यकता होगी। उच्चपदस्थ सूत्रों ने बताया कि नाईक ने यादव को बुलाया था, दोनों के बीच उप्र की राजनीतिक गतिविधियों व अन्य हालात पर चर्चा हुई। इधर राज्यपाल व मुख्यमंत्री की मुलाकात हो रही थी। उधर मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश मंत्रिमंडल से बर्खास्त सपा के प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, नारद राय और ओम प्रकाश सिंह को बुलाकर बैठक की। बैठक का मकसद 5 नवम्बर को आयोजित पार्टी का रजत जयंती समारोह बताया गया है, लेकिन कुछ लोग इसके राजनीतिक मायने भी निकाल रहे हैं।

महागठबंधन बनाना चाहती है सपा, कांग्रेस व रालोद
सपा में चल रही रस्साकसी के बीच मुलायम सिंह यादव ने 2017 के चुनाव में खासतौर पर अल्पसंख्यक मतों में विभाजन  को रोकने और भाजपा  को परास्त करने के लिए कांग्रेस और रालोद से बातचीत के लिए शिवपाल सिंह यादव को अधिकृत कर दिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार उप्र में सपा, कांग्रेस व रालोद से मिलकर महागठबंधन बनाना चाहती है और उसी गठबंधन के तहत चुनाव लडऩा चाहती है।

पवन पांडेय सपा से 6 वर्षों के लिए बर्खास्त
इससे पहले गत 24 अक्तूबर को राज्य विधान परिषद सदस्य आशु मलिक से बदमिजाजी करने वाले राज्य के वन राज्यमंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को पार्टी से 6 वर्षों के लिए बर्खास्त कर दिया गया। मंत्रिमंडल से हटाए जाने के लिए शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भी लिख दिया। इन घटनाक्रमों के बीच मुख्यमंत्री की 3 नवम्बर से शुरू हो रही विकास रथ यात्रा की तैयारियां भी चरम पर हैं। मुख्यमंत्री ने इसके लिए अपने आवास पर पार्टी जनों की बैठक की। पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने बताया कि अखिलेश यादव ही भविष्य में पार्टी के चेहरा होंगे। यात्रा में बेनी प्रसाद वर्मा, रेवतीरमण सिंह व नरेश अग्रवाल सरीखे वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

मुसलमान पानी का बुलबुला नहीं: आज़म
लैटर बम के अगले क्रम में आज़म खान का नम्बर है। अब आज़म खान ने लैटर लिखकर कहा है कि मुसलमान न तो पानी का बुलबुला है और न ही थाली का बैंगन, जिसे कहीं भी लुढ़का दिया जाए। आज़म खान ने कहा कि इस समय प्रदेश व देश के बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में मुसलमान सबसे ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि उनको अपना भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है।

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