Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 05:15 PM
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की चारा घोटाले के अन्य मामलों में बुधवार को पेशी थी। वहीं दूसरी तरफ उसी दिन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की कोयला घोटाला मामले में सुनवाई थी। दिलचस्प बात तो यह है कि जहां एक तरफ जहां लालू से मिलने वालों की भीड़...
रांचीः राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की चारा घोटाले के अन्य मामलों में बुधवार को पेशी थी। वहीं दूसरी तरफ उसी दिन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की कोयला घोटाला मामले में सुनवाई थी। दिलचस्प बात तो यह है कि जहां एक तरफ जहां लालू से मिलने वालों की भीड़ लगी हुई थी लेकिन दूसरी तरफ मधु कोड़ा के साथ एक भी व्यक्ति नहीं था।
लालू की सुरक्षा के लिए पुलिस की कड़ी व्यवस्था की गई थी। इसके उपरान्त भी लालू के चेहरे से बैचेनी साफ झलक रही थी। लालू इतनी भीड़ को देखकर बहुत परेशान हो रहे थे। उन्होंने पेशी के दौरान जज से भी कहा कि भीड़ के कारण यहां आने में बहुत कठिनाई होती है, इसकी सुविधा की जाए। इस पर जज ने कहा कि आपको मिलने वाले समर्थकों की ही भीड़ है।
लालू को मिलने के लिए कई लोग फर्जी ढंग से ही राजद कार्यकर्त्ता बनकर कमरे में जाकर लालू से मिलने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जज ने वकीलों के अतिरिक्त अन्य सभी लोगों को कमरे से बाहर निकाल दिया। इसके विपरीत मधु कोड़ा की जिस अदालत में सुनवाई थी वहां की स्थिति सामान्य थी। उनके साथ वकील के अतिरिक्त अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं था। वह कोर्ट में अकेले ही दिखाई दिए।
बता दें कि बिहार और झारखंड दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों की पेशी पास-पास की अदालत में थी। चारा घोटाला मामले में राजद अध्यक्ष की सीबीआई के विशेष न्यायधीश प्रदीप कुमार और शिवपाल सिंह की अदालत में पेशी थी और मधु कोड़ा की मनी लांड्रिंग मामले में न्यायधीश एके मिश्रा की अदालत में पेशी थी।