Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 04:11 PM
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अनाथ बच्चों के लिए एक अहम फैसला लिया है। सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए आरक्षण देने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि राज्य के साथ-साथ देश भर में भी लाखों ऐसे बच्चे है जिनके माता पिता इस दुनिया में नहीं...
देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अनाथ बच्चों के लिए एक अहम फैसला लिया है। सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए आरक्षण देने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि राज्य के साथ-साथ देश भर में भी लाखों ऐसे बच्चे है जिनके माता पिता इस दुनिया में नहीं है और उनका पालन पोषण करने वाला कोई नहीं है। इनमें कई बच्चे ऐसे हैं जो केदारनाथ में आई आपदा के शिकार हो गए हैं। वह अकेले अनाथाश्रम में रह रहें हैं।
मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य में ऐसे अनाथ बच्चों की संख्या 31 लाख के करीब है। राज्य सरकार ने उन बच्चियों को नौकरियों में आरक्षण देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। सरकार ने उनका भविष्य सुरक्षित करने के लिए यह निर्णय लिया है।
सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि अनाथ बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके लिए बाल अधिकार को सुरक्षित करने की आवश्यकता है। अगर आरक्षण नहीं दिया गया तो यह संख्या 2021 तक बढ़कर ढाई करोड़ तक पहुंच जाएगी।