Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 10:52 AM
सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा भगवान राम और श्रीकृष्ण पर किए गए तुलनात्मक बयान ने अब राजनीतिक भूचाल का रुप ले लिया है.....
लखनऊः सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा भगवान राम और श्रीकृष्ण पर किए गए तुलनात्मक बयान ने अब राजनीतिक भूचाल का रुप ले लिया है। उनके इस बयान को बीजेपी ने जहां निंदनीय करार किया है तो वहीं कांग्रेस ने उन्हें इस तरह की बयानबाजी से परहेज करने की हिदायत दी है।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज मिश्र ने मुलायम सिंह के बयान को निंदनीय करार करते हुए कहा कि वे फ्रस्टेडेड हैं और कुछ भी बयान देते रहते हैं। अभी तक वे बांटने का ही काम किए हैं। समाज, धर्म और देश बांटा है, अब भगवान को भी बांट रहे हैं।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह का कहना है कि जब देवी-देवता कण-कण में विद्यमान हों तो उत्तर दक्षिण का सवाल कहां खड़ा होता है? उन्होंने कहा कि भगवान आस्था के प्रतीक हैं। कोई राम को मानता है, कोई रहीम को।
सिंह ने आगे कहा कि लोगों को लोकतंत्र में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार है। ऐसे में किसी भी दल के नेता को राम-रहीम को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए और इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिेए।
बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने रविवार को गाजियाबाद में कहा था कि भगवान राम की पूजा करने वाले कम लोग हैं, जबकि श्रीकृष्ण को मानने वाले ज़्यादा हैं। उन्होंने कहा कि श्रीराम को सिर्फ उत्तर भारत में पूजा जाता है, लेकिन श्रीकृष्ण के अनुयायी उत्तर से लेकर दक्षिण तक हैं।