Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 11:14 AM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है। सरकार ने अब इसके लिए आयुर्वेद के डॉक्टरों का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है। सरकार ने अब इसके लिए आयुर्वेद के डॉक्टरों का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
फैसले के अनुसार आयुर्वेद विभाग के तहत कार्यरत 2800 आयुष डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग में भेज दिया गया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र यानी पी.एच.सी. पर तैनात आयुष चिकित्सकों को सामान्य एलोपैथिक दवाएं लिखने का भी अधिकार दे दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही चिकित्सकों की कमी को पूरा कर लेंगे। प्रदेश में किराए पर चलने वाले आयुर्वैदिक अस्पताल बंद किए जाएंगे। हमने पिछले 7 महीने में डॉक्टरों की कमी को काफी हद तक कम किया है।