Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Dec, 2017 03:52 PM
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या में रामजन्मभूमि के विवाद के समाधान के लिए दोनों पक्षों में अगर कोई सहमति बनती है तो राज्य सरकार इसमें सहयोग के लिए तैयार है।
नई दिल्ली\लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या में रामजन्मभूमि के विवाद के समाधान के लिए दोनों पक्षों में अगर कोई सहमति बनती है तो राज्य सरकार इसमें सहयोग के लिए तैयार है। हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप सम्मेलन में भाग लेने आए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का हल निकालने के लिए हिन्दू पक्ष सदैव तैयार है।
उन्होंने कहा कि इस मसले पर 30 सितम्बर 2010 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय आने पर उच्चतम न्यायालय में हिन्दू पक्ष नहीं गया था। दूसरे पक्ष ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष अगर किसी समाधान पर पहुंचते हैं तो राज्य सरकार उसमें सहयोग के लिए तैयार है। यदि दोनों पक्ष बातचीत से किसी समाधान पर नहीं पहुंचते हैं तो उच्चतम न्यायालय का ही फैसला मानना होगा।
उन्होंने कहा कि बातचीत से इस विवाद का कोई समाधान नहीं निकलता है तो उच्चतम न्यायालय के समक्ष यह मामला है। उच्चतम न्यायालय इस मसले पर 5 दिसम्बर से लगातार सुनवाई शुरु करेगा। राज्य में कानून का राज है और सरकार किसी को कानून हाथ में लेने नहीं देगी। केन्द्र में नरसिम्हा राव की सरकार के समय भी इस प्रकार के भरोसे के सवाल पर योगी ने कहा कि यदि उस समय फैसला ले लिया गया होता तो 1992 की स्थिति को टाला जा सकता था। 6 दिसम्बर 1992 की पृष्ठभूमि चर्चा करेंगे तो हमें काफी कुछ बोलना पड़ेगा। अच्छा होगा कि हम भविष्य की सोचें।
गौरतलब है कि राममंदिर-बाबरी मस्जिद के समाधान के लिए आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने पिछले दिनों बातचीत से समाधान का प्रयास किया था। इस सिलसिले में श्री श्रीरविशंकर अयोध्या भी गए थे और वहां मुस्लिम नेताओं अन्य लोगों से मुलाकात के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी।