Edited By ,Updated: 16 Jul, 2016 11:34 AM
कानपुर देहात जिले के मंगलपुर गांव में एक दलित महिला ने आरोप लगाया है कि वह गांव के चतुर्भुज मंदिर में अपनी बेटी की शादी के लिए पूजा करने गई तो वहां की महिला पुजारिन...
कानपुर: कानपुर देहात जिले के मंगलपुर गांव में एक दलित महिला ने आरोप लगाया है कि वह गांव के चतुर्भुज मंदिर में अपनी बेटी की शादी के लिए पूजा करने गई तो वहां की महिला पुजारिन ने उसके जाने के बाद मंदिर को धोया लेकिन महिला पुजारिन ने पुलिस को इन आरोपों का खंडन करते हुए बताया कि मंदिर को जब भी बंद किया जाता है तो उससे पहले उसकी धुलाई की जाती है।
थाना प्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि चतुर्भुज मंदिर के खुलने का समय सुबह 3 से दोपहर 12 बजे तक तथा शाम 3 से 7 बजे तक का है। गत 11 जुलाई को गांव की रहने वाली बिटानी देवी अपनी बेटी नीलम की शादी के पहले पूजा करने कुछ महिलाओं के साथ मंदिर गई।
उन्होंने बताया कि जब वह वहां पहुंची तो मंदिर बंद होने जा रहा था और उसकी सफाई की तैयारियां हो रही थीं। इस पर उन्होंने मंदिर की महिला पुजारिन बबिता त्रिवेदी से कहा कि उनकी बेटी की शादी के पहले की कुछ रस्में हैं जिन्हें वह पूरा करने दें। इसके बाद बिटानी देवी ने अपनी बेटी नीलम और रिश्तेदार महिलाओं के साथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।