Edited By ,Updated: 26 Jul, 2016 06:10 PM
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में विवादित पोस्टर लगाए जाने पर एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। इलाहाबाद जिले के सुभाष चौराहे पर विवादित पोस्टर लगाया गया है जिसमें...
इलाहाबाद (सैय्यद रजा): उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में विवादित पोस्टर लगाए जाने पर एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। इलाहाबाद जिले के सुभाष चौराहे पर विवादित पोस्टर लगाया गया है जिसमें मायावती को 'शूर्पणखा' और दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति को 'दुर्गा' बताया गया है। भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को राम और दयाशंकर सिंह को लक्ष्मण के रूप में दिखाया गया है। इस पोस्टर में नसीमुद्दीन को रावण बताया गया है।
जानकारी के अनुसार इस पोस्टर को जारी करने वाले छात्र नेता अनुराग शुक्ल का कहना है कि दयाशंकर ने जिस शब्द का प्रयोग किया है उस शब्द का मतलब है बिजनेस करने वाली। मायावती रूपए लेकप टिकट दे रही है तो इस बात का मतलब बिजनेस ही है ना। दयाशंकर के इतना कहने पर बुरा लगा तो बसपा क्या कर रही है। गंदी-गंदी गालियां दे रही है। बसपा ने दयाशंकर को पार्टी से बाहर कर दिया गया है और अब उनके नाम से एफआईआर भी हो गई है।
बता दें कि दयाशंकर सिंह बीजेपी यूपी चीफ केशव प्रसाद मौर्य की कमेटी में उपाध्यक्ष थे। वह मऊ में एक समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। जहां पर उन्होंने कहा कि मायावती एक बड़ी नेता है और 3 बार सीएम रह चुकी हैं। मायावती एक करोड़ में किसी को भी टिकट दे देती हैं। दयाशंकर ने कहा कि अगर कोई एक घंटे बाद ही 2 करोड़ देता है तो उसको टिकट दे देती हैं और शाम को अगर कोई 3 करोड़ देने वाला मिलता है तो उसे टिकट दे देती हैं। दयाशंकर के इस बयान से देश के कई राज्यों में बवाल मच गया था।